Rajsthan school building collapse

 गरीबो की हालत




गरीबो की हालत

🏫 राजस्थान में स्कूल भवन दुर्घटना — घटना का पूरा विवरण

📍 घटना स्थल और समय

• स्थान: पिपलोदी  झालावाड़ जिला, राजस्थान

• तिथि: शुक्रवार, 25 जुलाई 2025 की सुबह, लगभग प्रार्थना सभा के दौरान 

🙆💰 जान-माल की हानि

• 35 वर्षीय पुरानी सरकारी उच्च प्राथमिक विद्यालय की कक्षाओं में छत और दीवार गिरने से झटका आया।

• 7 सेब 8 बच्चे की मौत (कुछ रिपोर्टों में बताया गया है कि 7-8) और लगभग 29 घायल, जिनमें से 13 की हालत गंभीर थी 

• हादसे के समय 71 छात्र और दो शिक्षक कक्षाओं में मौजूद थे; 

🚨🏗️ बचाव कार्य

• ग्रामीणों और प्रशासन की तेजी से बचाव कार्यवाही, जेसीबी  ओर क्रेन की मदद से मलबा हटाया गया और घायल बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया 

• मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, शिक्षा मंत्री मदन दिलावर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई नेताओं ने दुख जताया और मामले की जांच के आदेश दिए गए 

⚠️ हादसे के खुलासे — लापरवाही की कहानी

💧 भवन गिरने के प्रमुख कारण

• बारिश से भवन की दीवारों में नमी और सीलन आई थी, जिससे छत दब रही थी और मजबूती खो रही थी 

• स्कूल की छत चार चार पाँच से टपक रही थी, लेकिन शिकायतों के बावजूद कोई मरम्मत नहीं की गई थी 

🧒🧚 बच्चों की चेतावनी पर भी नजरअंदाज़

• छत से काकरी गिरने लगे थे, जिसे बच्चों ने शिक्षकों को बताया, लेकिन उन्हें डांटा गया और भीतर बैठने को कहा गया।

• कुछ ही पलों में कक्षा ढह गई — कई छात्र मलबे में दब गए ओर 6-7 बच्चे दब गए😭

🛂 कार्रवाई और नतीजे

• 5 शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है; उन पर  लापरवाही" का आरोप लगाया गया है 

• 🧠 लोक प्रतिक्रिया, राजनीति और आगे की राह

🗣️ ग्रामीणों और सांसदों की प्रतिक्रिया

• स्थानीय लोगों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया और सरकारी लापरवाही पर तीखी नाराज़गी जताई, साथ ही मृतकों के परिजनों को ₹1 करोड़ की क्षतिपूर्ति की मांग की गई 

• कांग्रेस नेताओं ने इस घटना को "प्रशासनिक हत्या" करार दिया और शिक्षा मंत्री मदन दिलावर से ✍️इस्तीफे की मांग की 

🏛️ सरकारी सुधार कदम

• मुख्यमंत्री ने सभी सरकारी भवनों, विशेषकर स्कूलों व अस्पतालों, की तत्काल सुरक्षा निरीक्षण का आदेश दिया।

• भीषण मानसून से पहले बिहार सरकार ने मरम्मत और स्थानांतरण की योजना बनाई; कमजोर भवनों में तुरंत बच्चों को अन्य सुरक्षित व्यवस्था में भेजने के निर्देश दिए गए 


✍️ निष्कर्ष

राजस्थान के झालावाड़ में इस दुखद हादसे ने स्पष्ट कर दिया कि शैक्षणिक इंफ्रास्ट्रक्चर को समय-समय पर निरीक्षण, मरम्मत और मानवीय चेतना के साथ संरक्षित करना कितना महत्वपूर्ण है। बच्चों की सीख, अभिभावकों की उम्मीद और समुदाय की सुरक्षा — इन तीनों को प्राथमिकता देनी होगी। 🤝